माँ फिर से मुझे मेरा बचपन लौटा दो न बस ये एक अंतिम ज़िद पूरी कर दो माँ! माँ फिर से मुझे मेरा बचपन लौटा दो न बस ये एक अंतिम ज़िद पूरी कर दो माँ!
कोई नेता न बेचने पाए, कफ़न किसी शहीद का, उस वसंती शाम को.... कोई नेता न बेचने पाए, कफ़न किसी शहीद का, उस वसंती शाम को....
यत्न बिन हासिल कभी कुछ भी तो होता है नहीं। यत्न बिन हासिल कभी कुछ भी तो होता है नहीं।
सारा सुख वार दिया, निज सुकुमार को। सारा सुख वार दिया, निज सुकुमार को।
कोई भी नर हुआ नही जो बना नहीं है खिलाड़ी। कोई भी नर हुआ नही जो बना नहीं है खिलाड़ी।
मेरे मासूम मन में कसक भरी चितवन में हर पल शूल चुभे निर्जन पथ पर में भाग चली मेरे मासूम मन में कसक भरी चितवन में हर पल शूल चुभे निर्जन पथ पर में भाग चल...